pn junction diode क्या होता है?
p-n संधि (Junction) :- semiconductor डायोड एक p-n संधि (Junction) डायोड होता है। जब एक p-टाइप अर्धचालक क्रिस्टल को एक विशेष सन्धि द्वारा n-टाइप अर्धचालक क्रिस्टल के साथ जोड़ा जाता है तो इस संयोजन को जहाँ पर क्रिस्टल जुड़ते हैं उसे p-n सन्धि कहते हैं।
p-n junctiode diode symbol |
यह भी देखें:- ट्रांजिस्टर किसे कहते हैं, NPN ट्रांजिस्टर, PNP ट्रांजिस्टर
p-n सन्धि डायोड को सर्किट में दो प्रकार से प्रयोग किया जाता है।
1. अग्र अभिनत में (In Forward Bias)
2. पश्च अभिनत में (In Reverse Bias)
Forward bias pn junction क्या होता है?
अग्र-अभिनत (Forward Bias) — "जब p-n सन्धि डायोड के p-टाइप क्रिस्टल को बाह्य बैटरी के धन सिरे से तथा n-टाइप क्रिस्टल को बैटरी के ॠण सिरे से जोड़ते हैं तो यह सन्धि अग्र-अभिनत या फॉरवर्ड बायस कहलाती है"।
Forward bias diagram
Forward bias junction diode diagram |
इस दशा में इलेक्ट्रॉन n क्षेत्र से p क्षेत्र की ओर तथा कोटर (Holes) p क्षेत्र से n क्षेत्र की ओर चलने लगते हैं। सन्धि के समीप पहुँचकर ये कोटर तथा इलेक्ट्रॉन परस्पर संयोग करके विलुप्त हो जाते हैं ।
आधार क्षेत्र में प्रत्येक इलेक्ट्रॉन-कोटर संयोग के लिए क्षेत्र में बैटरी के धन सिरे के समीप एक सहसंयोजक बन्ध टूट जाता है। इससे उत्पन्न कोटर तो सन्धि की ओर चलने लगता है जबकि इलेक्ट्रॉन संयोजक तार में से होकर बैटरी के धन सिरे में प्रवेश कर जाता है।
ठीक इसी क्षण बैटरी के ॠण सिरे से एक इलेक्ट्रॉन निकलकर n-क्षेत्र में प्रवेश कर जाता है तथा सन्धि के समीप इलेक्ट्रॉन-कोटर संयोग प्रक्रिया में लुप्त इलेक्ट्रॉन का स्थान ले लेता है।
इस प्रकार p-n सन्धि डायोड में बहुसंख्यक आवेश वाहकों की गति के कारण उच्च विद्युत धारा बहने लगती है। इस उच्च विद्युत धारा को ही "अग्र-धारा" कहते हैं।
forward bias graph
Characteristic of Forward bias diode |
यह भी देखें:- अर्धचालक किसे कहते हैं?
Reverse bias pn junction क्या होता है?
पश्च अभिनत में (In Reverse Bias) :- "जब pn सन्धि डायोड के p-टाइप क्रिस्टल को बैटरी के ॠण सिरे से तथा n-टाइप क्रिस्टल को बैटरी के धन सिरे से जोड़ते हैं तो यह सन्धि पश्च-अभिनत या रिवर्स बायस कहलाती है"।
Reverse bias digram
Reverse bias junction diode |
इस दशा में इलेक्ट्रॉन बैटरी के ऋणात्मक सिरे की ओर तथा कोटर (holes) बैटरी के धनात्मक सिरे की ओर जाने लगते हैं। जिस कारण धारा प्रवाह पूर्णतः बन्द हो जाता है। जब p-n सन्धि पश्च अभिनत मे होती है तो बहुत क्षीण पश्च धारा (reverse current) परिपथ में बहती है; यह अल्पसंख्यक आवेशवाहको के कारण बहती है।
Reverse bias graph
Characteristic of reverse bias diode |
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